राजस्थान आनन्दम योजना
Rajasthan Anandam Yojana
राजस्थान आनंदम योजना | योजना के उद्देश्य | लाभ | योजना की जानकारी | किए जाने वाले कार्य | आनंदम प्रोजेक्ट PDF | आनंदम विषय
राजस्थान आनन्दम योजना
आनंदम क्या है ?
आनंदम राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सत्र 2020 21 से प्रारंभ होने वाला एक अनिवार्य विषय है।
आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा द्वारा राज्य के समस्त महाविद्यालय व विश्वविद्यालय में वर्ष 2020-21 से स्नातक प्रथम ( BA, B.COM, B.SC ) वर्ष व स्नातकोत्तर पूर्वार्ध ( MA, M.COM, M.SC ) के लिए आनंदम एक अनिवार्य विषय के रूप में जोड़ा गया है।
यह विषय "देने का आनंद" या "देने की खुशी" पर आधारित है इस विषय के पाठ्यक्रम में व्यक्तिगत एवं सामूहिक गतिविधियां शामिल है।
आनंदम योजना के बारे में
आनंदम परियोजना कॉलेज छात्रों को समाज के प्रति योगदान करने और बदले में अकादमीक क्रेडिट अर्जित करने के लिए प्रेरित करती है
आनंदम योजना छात्रों को सेवा की उस मोड को तय करने की अनुमति देगी जिसमें वे वितरित करना चाहते हैं, सांझा करना चाहते हैं अर्थात देना चाहते हैं।
यह परियोजना पूरे देश के महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में एक नई सामाजिक पहल होगी।
इस योजना के अंतर्गत 20 लाख से अधिक कॉलेज के छात्र एवं छात्राएं सामाजिक कल्याण के मुद्दों पर कार्य करेंगे।
साथ ही कॉलेज के छात्र छात्राएं शिक्षा के साथ-साथ सामुदायिक सेवा के कार्यों मै भी भाग लेंगे।
समाज में योगदान देने के साथ-साथ छात्र अपने आसपास के सामाजिक और प्रशासनिक स्तर की बेहतर समझ विकसित करेंगे।
छात्रों को अपनी पसंद के व्यवसाय में पहले से काम कर रहे लोगों के साथ संपर्क करने और और पता लगाने का मौका मिलेगा।
साथ ही छात्रों के पारस्परिक और संचार कौशल व उनकी दैनिक गतिविधियों को भी विकसित किया जाएगा।
आनंदम योजना का उद्देश्य
परियोजना का उद्देश्य छात्रों को समाज से जुड़कर समाज में सामाजिक समस्याओं को समझने एवं सुलझाने के लिए उत्साहित करना है। तथा छात्रों को देने और साझा करने की खुशी के प्रति संवेदनशील बनाना है, जिसके प्रति वे असवेदनशील हो गए हैं ।
आनंदम योजना से जुड़कर छात्रों को अपनी रचनात्मकता एवं संवेदनशीलता प्रकट करने के सुअवसर मिलेंगे।
आनंदम योजना के लाभ
राजस्थान आनंदम योजना के लाभ निम्नलिखित हैं।
आनंदम योजना से युवाओं को लाभ
आनंदम हमारे युवाओं में नेतृत्व के गुणों का पोषण कर उन्हें समुदाय और उसकी समस्याओं से जोड़कर रखेगा।
Rajasthan Anandam Yojana से हमारे देश के युवाओं को अधिक समझदार और सशक्त बनाया जायेगा
और वास्तविक आनंद की ओर लंबे समय के लिए शिक्षा के उद्देश्य को पुनः में पेश करने में सहायक होगा।
आनंदम विषय छात्रों को देखभाल करने साझा करने समय और ऊर्जा देने जैसी भलाई के कार्यों में सलंग्न करने की मांग करता है। स्थानीय समुदाय की सेवा के लिए एक समूह प्रयोजना लेता है।
Rajasthan Anandam Yojana के माध्यम से युवाओं को शैक्षणिक व सामाजिक सेवा का अवसर मिलेगा।
तथा युवाओं को अपने-अपने निर्धारित कार्यों के माध्यम से अपने सामाजिक वातावरण को शुद्ध करना होगा।
आनंदम परियोजना के लाभ
छात्र अपने शैक्षणिक हितों के साथ-साथ सामाजिक दायित्व को भी सुधारेंगे।
अपने आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ तथा शुद्ध रखने के प्रति संवेदनशीलता रखेंगे।
छात्रों में समाज सेवा के प्रति रुचि बढ़ेगी।
छात्र अपने सामाजिक हितों को ध्यान में रखते हुए अपने समाज व आसपास के गांवों में समस्याओं का निवारण करेंगे।
आनंदम योजना के तहत किए जाने वाले कार्य
राजस्थान आनंदम योजना के तहत किए जाने वाले कार्यों की सूची निम्नलिखित है
सामुदायिक स्तर पर किए जाने वाले कार्य
पेड़ लगाना (पौधारोपण/ वृक्षारोपण )
जल संरक्षण (जल का सदुपयोग करना)
आनंदम योजना के तहत अधिक से अधिक वृक्षारोपण कार्य पर्यावरण को शुद्ध बनाने के प्रयास किए जाएंगे
सामुदायिक व सार्वजनिक स्थलों पर साफ सफाई व अन्य सभी चीजों के सुधार हेतु प्रयास किए जाएंगे।
अपनी इच्छा अनुसार सामाजिक परिवेश के अंतर्गत भलाई के कार्य करना।
अपने सामाजिक क्षेत्र में समाज की समस्याओं का पता लगाकर उनका समाधान करना।
शैक्षणिक स्तर पर किए जाने वाले कार्य
राजस्थान आनंदन योजना के तहत छात्रों को एक प्रोजेक्ट फाइल बनाना होगा।
एक दैनिक डायरी बनानी होगी
आनंदम प्रोजेक्ट फाइल
Rajasthan Anandam Yojana के अंतर्गत आपको एक प्रोजेक्ट फाइल भी बनानी होगी जिसमें आपको अपने महाविद्यालय द्वारा दिए गए विषय के अंतर्गत आने वाले सभी कार्यों के बारे में एक लेख तैयार करना होगा।
तथा आनंदम योजना के बारे में लिखकर अपने मेंटर को जमा करवाना होगा।
प्रोजेक्ट फाइल में आपको अपने विषय के अनुसार कार्य करके अपने द्वारा किए जाने वाले कार्यों की फोटो खिंचवाकर उन्हें अपने प्रोजेक्ट फाइल में लगाना होगा।
साथ ही को अपने प्रोजेक्ट फाइल में राजस्थान आनंदम योजना का लोगो ( Logo ) भी लगाना होगा।
नोडल अधिकारी की नियुक्ति
Rajasthan Anandam Yojana के माध्यम से सभी सामुदायिक सेवा एवं कार्यों को कॉलेज के पाठ्यक्रम के अनुसार पेश किया जाएगा
आनंदन विषय को कोविड-19 महामारी के कारण इस सत्र में ऑनलाइन ही किया जाएगा
इसके सफल संचालन के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इसके नोडल अधिकारी डॉक्टर मक्खन लाल नायक आचार्य राजनीति विज्ञान को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जो आनंदम योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए योगदान देंगे।
व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी
राजस्थान आनंदम योजना के तहत विश्वविद्यालय परिसर द्वारा विद्यार्थियों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आनंदम विषय वह उन के तहत की जाने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा 10 -10 विद्यार्थियों का एक समूह बनाया जाएगा, उन 10 विद्यार्थियों में से एक मेंटर नियुक्त किया जाएगा
नियुक्त किया गया मेंटर द्वारा व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाया जाएगा तथा उस ग्रुप में अपने सभी सहयोगियों को जोड़कर दिन प्रतिदिन के कार्यों की जानकारी दी जाएगी।
मेंटर द्वारा छात्रों को प्रतिदिन अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
तथा किए गए कार्य की एक दैनिक डायरी बनानी होगी जिसमें विद्यार्थी उन गतिविधियों के बारे में बताएंगे जिनमें वे शामिल थे तथा उनके द्वारा क्या-क्या कार्य किए गए।
प्रत्येक महीने के लास्ट सप्ताह में आनन्दम दिवस मनाया जाएगा तथा मेंटर इन गतिविधियों की मासिक रिपोर्ट कॉलेज के नोडल अधिकारी को प्रस्तुत करेंगे तथा कॉलेज का नोडल अधिकारी प्राप्त हुई सभी जानकारियो को आयुक्तालय स्तर पर आनंदम नोडल अधिकारी को प्रस्तुत करेंगे।
आनंदम योजना से संबंधित प्रश्न
Q.1 आनंदम योजना के बारे में बताए
Ans. आनंदम योजना राजस्थान की सभी महाविद्यालयों वह विश्वविद्यालय में प्रारंभ होने वाला एक ऐसा विषय है जो युवाओं को समाज के प्रति समर्पित होकर समाज में अपना अहम योगदान देने तथा समाज के हित को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
Q.2 आनंदम योजना में क्या करना पड़ता है?
Ans. इसी योजना के अनुसार छात्र छात्राओं को अपने महाविद्यालय द्वारा दिए गए विषय पर कार्य करना होगा। तथा किए गए कार्यों की एक दैनिक डायरी बनानी होगी।
Q.3 दैनिक डायरी कैसे बनाए।
Ans. इस योजना के अनुसार छात्रों को दिए गए कार्य के अनुसार उनके द्वारा किए गए दैनिक कार्य के बारे में प्रतिदिन लिखना होगा। तथा सामाजिक सेवा से जुड़े अपने अच्छे कार्यों के बारे में लिखना होगा।
Q.4 क्या दैनिक डायरी बनाना आवश्यक है ?
Ans. जी हां ! दैनिक डायरी बनाना अति आवश्यक है क्योंकि यह एक अनिवार्य विषय है जिसके प्राप्तांक यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की जाने वाली अंक तालिका में दर्शाए जाएंगे।
Q.5 आनंदम विषय कितने नंबर का होगा ?
Ans. महाविद्यालय प्रबंधन के अनुसार यह 100 अंकों का आकलन विषय है।
Q.6 प्रोजेक्ट फाइल कैसे बनाएं
Ans. प्रोजेक्ट फाइल में आपको महाविद्यालय द्वारा दिए गए विषय पर एक लेख तैयार करना है तथा उस लेख को अपने प्रोजेक्ट फाइल में अच्छी तरह से प्रदर्शित करना है।